Deepawali Puja Vidhi

Deepawali Puja Vidhi

 

 

Diwali- Deepawali - दीपावली क्यों मनाई जाती है

दीपावली का मतलब बुराई पर अच्छाई की जीत से है इस दिन भगवान श्री रामचंद जी  चौदह वर्ष का बनवास काट कर तथा असुर राज रावण का बध करके

 à¤…पनी पत्नी माता सीता और भ्राता लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे। उनके आने की ख़ुशी मे पूरी अयोध्या को दियो से सजाया गया था।

कृष्ण भक्ति धारा के लोंगो का यह मत है कि इस दिन श्रीकृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था  और लोगो ने प्रसन हो कर घी के दिये जलाये थे।

यह त्यौहार धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी जी के सम्मान में मनाया जाता है।

दीवाली शब्द का मतलब हिन्दी में दिए की रोशनी है।

 

दिवाली पर लक्ष्मी पूजन  की ​सामग्री 

 

मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा, कुमुकम, रोली, सुपारी, नारियल, अक्षत (चावल),अशोक या आम के पत्ते, हल्दी, दीप, धूप, कपूर, रूई, मिटटी के दीपक,

और पीतल का दीपक, कलावा, दही, शहद, गंगाजल, फूल, फल, गेहूं, जौ, दूर्वा, सिंदूर, चंदन, पंचामृत, बताशे, खील, लाल वस्त्र, चौकी, कमल गट्टे की माला, कलश, 

शंख, थाली, चांदी का सिक्का, बैठने के लिए आसन, और प्रसाद।

 

लक्ष्मी पूजन की तैयारी   

 

सबसे पहले जानते हैं लक्ष्मी पूजन की तैयारी कैसे करें - 

जैसा कि सब जानते हैं कि मां लक्ष्मी स्वच्छ स्थान पर विराजती हैं, इसलिए सबसे पहले प्रातः काल घर कि अच्छे से साफ़ सफाई करें ।

स्नानादि के बाद घर के मंदिर में दीपक जलाएं।

शाम के समय पूजा करने से पूर्व घर में गंगाजल छिड़क कर शुद्धिकरण करें।

उसके बाद एक चौकी रखें और चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। 

कपड़े के बीच में एक मुट्ठी गेहूं रखें और गेहूं के ऊपर जल से भरा हुआ एक कलश स्थापित करें। 

अब कलश के अंदर एक सिक्का, सुपारी, गेंदे का फूल और अक्षत डालें।  

कलश पर आम या अशोक के पांच पत्ते भी लगाएं । अब कलश को एक छोटी सी थाली से ढंके जिसके ऊपर चावल रख दें।  

इसके उपरांत कलश के बगल में चौकी में बचे स्थान पर हल्दी से चौक बनाएं और उसपर मां लक्ष्मी कि प्रतिमा रख दें।  

इस बात का ध्यान रखें कि मां लक्ष्मी के दाहिने ओर गणेश जी की प्रतिमा रखें. 

इसके बाद एक थाली में हल्दी,कुमकुम और अक्षत रखें और साथ ही दीप भी प्रज्ज्वलित करके रखें। 

 

लक्ष्मी पूजन विधि 

 

पूजन की तैयारी के बाद अब आते हैं पूजन विधि पर। पूजन विधि इस प्रकार आरंभ करें-

तैयारी के बाद सबसे पहले कलश को तिलक लगाकर पूजा आरम्भ करें।

इसके बाद अपने हाथ में फूल और चावल लेकर मां लक्ष्मी का ध्यान करें। 

ध्यान के पश्चात  भगवान श्रीगणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर फूल और अक्षत अर्पण करें। 

अब दोनों प्रतिमाओं को चौकी से उठाकर एक थाली में रखें और  दूध, दही, शहद, तुलसी और गंगाजल के मिश्रण से स्नान कराएं। 

इसके बाद स्वच्छ जल से स्नान कराकर वापस चौकी पर विराजित कर दें । 

स्नान कराने के उपरांत लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा को टीका लगाएं। फिर लक्ष्मी गणेश जी को हार पहनाएं। 

इसके बाद लक्ष्मी गणेश जी के सामने खीले-खिलौने, बताशे, मिठाइयां फल, पैसे और सोने के आभूषण रखें। 

इसके बाद पूरा परिवार मिलकर गणेश जी और लक्ष्मी माता की कथा सुनें और फिर मां लक्ष्मी की आरती उतारें।

About Us

Marwadisamaaj.com shall try to give all possible online information through Internet.

Marwadisamaaj.com is an Exclusive Portal for all the Marwadis across the Globe. This is an attempt to bring all Marwadi communities under one roof .

To connect all the Marwadi Samaaj members of every age group and every gender and respective associations with each ot

Read more

Contact Us

Address:

GF-1, Sri Santha Complex,
Srinagar, Near Budhil Park Hotel,
Visakhapatnam - 530016
Andhra Pradesh, India

Telephone no: +91 9246622633
Email-id : info@marwadisamaaj.com
Website : www.marwadisamaaj.com/

 

Quick Enquiry

Our Location